प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 30-31 अक्टूबर को गुजरात यात्रा काफी महत्वपूर्ण है. अपनी यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री गुजरात के विभिन्न स्थानों पर कई परियोजनाओं, उद्घाटन और शिलान्यास समारोहों में शामिल होंगे. 30 अक्टूबर को पीएम अपने दिन की शुरुआत अंबाजी मंदिर में पूजा और दर्शन से करेंगे. इसके बाद वह मेहसाणा जाएंगे, जहां वह विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. लगभग 5800 करोड़ रुपये की ये परियोजनाएं रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई बुनियादी ढांचे से संबंधित हैं.
मेहसाणा में उद्घाटन की जाने वाली परियोजनाओं में वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) का न्यू भांडू-न्यू सानंद (एन) खंड, कटोसन रोड-बेचराजी-मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड और विरमगाम-सामखियाली रेल लाइन का दोहरीकरण जैसी योजनाएं शामिल हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री साबरमती नदी पर वलसाना बैराज और विजापुर और मनसा तालुका में विभिन्न गांव झीलों की पुनर्भरण प्रक्रिया परियोजना जैसी परियोजनाओं को भी समर्पित करेंगे.
उद्घाटन की गई परियोजनाओं के अलावा, प्रधानमंत्री मेहसाणा में कई पहलों की आधारशिला भी रखेंगे. इनमें संतरामपुर तालुका में सिंचाई सुविधाएं प्रदान करने की परियोजना, नरोदा-दहेगाम-हरसोल-धनसुरा सड़क का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण और सिद्धपुर, पालनपुर, बायद और वडनगर में सीवेज से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं.
प्रधानमंत्री मोदी का 31 अक्टूबर का कार्यक्रम
31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री केवडिया जाएंगे, जहां वह स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रीय एकता दिवस मनाएंगे. इस दिन को विभिन्न गतिविधियों के जरिए सेलिब्रेट किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रीय एकता दिवस परेड और वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत गांवों के आर्थिक परिदृश्य को प्रदर्शित करने वाले प्रदर्शन शामिल होंगे.
केवडिया की यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री एकता नगर से अहमदाबाद तक हेरिटेज ट्रेन, कमलम पार्क और एक ट्रॉमा सेंटर और सौर पैनल वाले उप-जिला अस्पताल सहित कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इनके अलावा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परिसर के भीतर एक पैदल मार्ग, 30 नई ई-बसें, 210 ई-साइकिलें और कई गोल्फ कार्ट,एकता नगर में सिटी गैस वितरण नेटवर्क और गुजरात राज्य सहकारी बैंक का सहकार भवन से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं.
आरंभ 5.0 कार्यक्रम को करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री 98वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स के अधिकारी प्रशिक्षुओं को संबोधित करके अपनी यात्रा का समापन करेंगे, जिसे आरंभ 5.0 के नाम से जाना जाता है. हार्नेसिंग द पावर ऑफ डिसरप्शन” विषय पर इसका उद्देश्य उन तरीकों का पता लगाना है जिनसे व्यवधान शासन और समावेशी विकास को आकार दे सकते हैं. इसमें भारत और भूटान की विभिन्न सिविल सेवाओं के 560 अधिकारी प्रशिक्षु शामिल हैं.